HANUMAN CHALISA NO FURTHER A MYSTERY

hanuman chalisa No Further a Mystery

hanuman chalisa No Further a Mystery

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[RamDoota=Lord Ram messenger; atulita=measured; atilita=immeasurable; bala=electrical power; dhama=abode; Anjani=of Anjana; putra=son; pavana=wind; suta=son; naama=name]

Ailments might be finished, all pains will be gone, each time a devotee continuously repeats Hanuman the brave’s name.

जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥१९॥ दुर्गम काज जगत के जेते ।

Hanuman leaps and finds the mountain. There, states Ramayana, Hanuman finds the mountain is stuffed with a lot of herbs. He isn't going to know which just one to consider. So, he lifts all the Himalayan mountain and carries it throughout India to Lanka for Lakshmana. His huge strength Hence aids Lakshmana recover from his wound.[60] This legend is the favored foundation for the iconography in which He's demonstrated traveling and carrying a mountain on his palm.[61]

Hanuman is surely an ardent devotee of Ram and one of many central characters in the renowned Hindu epic, the Ramayana

सुमिर चित्रगुप्त ईश को, सतत नवाऊ शीश। ब्रह्मा विष्णु महेश सह, रिनिहा भए जगदीश॥

महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर

भावार्थ– आपने संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण जी को जिलाया। इस कार्य से प्रसन्न होकर भगवान् श्री राम ने आपको हृदय से लगा लिया।

व्याख्या – जन्म–मरण–यातना का अन्त अर्थात् भवबन्धन से छुटकारा परमात्म प्रभु ही करा सकते हैं। भगवान् श्री हनुमान जी के वश में हैं। अतः श्री हनुमान जी सम्पूर्ण संकट और पीड़ाओं को दूर करते हुए जन्म–मरण के बन्धन से मुक्त कराने में पूर्ण समर्थ हैं।

व्याख्या— रुद्रावतार होने के कारण समस्त प्रकार की सिद्धियाँ एवं निधियाँ श्री हनुमान जी को जन्म से ही प्राप्त थीं। उन सिद्धियों एवं निधियों को दूसरों को प्रदान करने की शक्ति माँ जानकी के आशीर्वाद से प्राप्त हुई।

हनुमान चालीसा, लाभ, पढ़ने का सही समय, क्यों पढ़ें?

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जनम जनम के दुख बिसरावै ॥३३॥ अन्त काल रघुबर पुर जाई ।

भावार्थ – आप अपने स्वामी श्री रामचन्द्र जी more info की मुद्रिका [अँगूठी] को मुख में रखकर [सौ योजन विस्तृत] महासमुद्र को लाँघ गये थे। [आपकी अपार महिमा को देखते हुए] इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है।

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